हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, फ्रांस के विभिन्न शहरों में इस्लामोफोबिया के खिलाफ अब तक के सबसे बड़े प्रदर्शन आयोजित किए गए।
यह विरोध-प्रदर्शन उस समय शुरू हुए जब 25 अप्रैल को फ्रांस के दक्षिणी क्षेत्र "ला ग्रांदे कोब" स्थित "खदीजा मस्जिद" में एक मुसलमान व्यक्ति अबूबक्र सीसे की पिटाई के चलते मौत हो गई।
हमलावर की पहचान ओलिविये एच. नामक एक फ्रांसीसी नागरिक के रूप में हुई है। उसने अबूबक्र सीसे पर हमला किया और इस घटना का वीडियो अपने फोन से रिकॉर्ड किया। हमले के दौरान वह इस्लाम के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का भी इस्तेमाल कर रहा था।
अबूबक्र की मौत ने फ्रांस के मुस्लिम समुदाय में गहरी नाराज़गी और आक्रोश पैदा कर दिया।पेरिस, मार्से, और लियोन सहित देश के कई बड़े शहरों में लोग इस्लामोफोबिया के बढ़ते मामलों, मीडिया और सरकारी नीतियों में मुस्लिम विरोधी प्रवृत्तियों के खिलाफ सड़कों पर उतर आए।
प्रदर्शनकारियों ने अबूबक्र सीसे को न्याय दिलाने की मांग की। कई लोगों ने फिलिस्तीन के झंडे लहराए और फिलस्तीनी लोगों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए अपने गले में चफिया पहन रखी थी।
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